Monday 25 September 2017

यूँ तो हज़ारों मिले


यूँ  तो हज़ारों मिले राहोँ में हमें ,   

पर तुमसा न मिला उन हज़ारों में कहीं। 

ढूंढ़ता रहा सितारों कि चादर में तुम्हे, 

पर तुमसा सितारा न मिला कहीं। 

वक़्त,करवट लेगा ये पता था हमें ,

पर तुम्हारे आने से वक़्त थम सा गया कहीं। 

Sunday 21 May 2017

आपकी मुस्कराहट!!!


आपकी मुस्कराहट चेहरे का नूर बड़ा देती है ,

ना जाने कितने दिलों को जोड़ जाती है। 

ये सेहर है आपकी मुस्कुराहट का ए-हसीना ,

ना जाने कितने आशिक़ों को तड़पा कर चली जाती है।