तुमसे रूबरू हो पाएंगे ये यक़ीन न था ,
तुम्हारी तब्बसुम में खो जाएंगे ये यक़ीन न था।
तुम्हे आज सामने खड़ा देख कर ,
खुद को संभाल पाएंगे ये यक़ीन न था।
जब तुम्हारी आहट हुई तो यक़ीन आया ,
जब दिल में तुम्हारी दस्तक हुई तो यक़ीन आया।
हम हमेशा एक दुसरे के साथ रहेंगे
जब तुमने गले से लगाया तो यक़ीन आया।