Thursday 11 December 2014

तुम्हारे गुनेहगार कितने हैं...!!


आज आसमान में तारे कितने हैं ,

टूटते तारों के अरमान कितने है। 

अनजाने में हो गई खता हमसे ,

तुम्ही बताओ तुम्हारे गुनेहगार कितने हैं। 

Tuesday 25 November 2014

एहसास नही होता...


अपने दूर चले जाते हैं एहसास नही होता ,

कुछ लोग करीब आ जाते है एहसास नही होता। 

मोहब्बत भी कितनी अजीब चीज़ है यारों ,

कब इसमें डूब जाते हैं एहसास नहीं होता। 




Hinglish Version:

apne door chale jaate hai ehsaas nhi hota

kuch log kareeb aajaate hai ehsaas nhi hota

mohabbat bhi ajeeb cheez hai yaaro

kab isme doob jaate hai ehsaas nhi hota

Tuesday 11 November 2014

लोगों को अहमियत नही...


ज़िन्दगी की रफ़्तार में यूँ चला जा रहा हूँ ,

लोगों को अपना बनाते हुए अपनों को ही छोड़े जा रहा हूँ। 

क्यूँ लोगों को अहमियत नही मेरे जज़्बातों की ,

आवाज़ लगा कर क्यूँ रोका नही जा रहा हूँ। 

Monday 13 October 2014

जीने का हौसला.... !!


ऐ दोस्त मेरे गम तू उठा ले ज़रा,

एक बार मुझे गले से लगा ले ज़रा।  

राह में मुश्किलें बहुत है, 

मुझे जीने का हौसला दे जा ज़रा । 



Tuesday 7 October 2014

अहमियत मेरी मोहब्बत कि.... !!


तुम्हारे अल्फ़ाज़ों में मद्होश हो जाता हूँ ,

तुम्हारी सुलझी ज़ुल्फ़ों में कहीँ उलझ जाता हूँ। 

तुम्हे अहमियत नही मेरी मोहब्बत कि ,

तब भी बिना तलब तुमसे प्यार किए जाता हूँ। 





Hinglish Version:
tumahre alfazon mein madhosh ho jata hoon,
tumahri suljhi zulfon mein kahin uljh jaata hoon
tumhe Ahmiat nhi meri  mohbbat  ki,
tab bhi bina talab tumse pyaar kiye jaata hoon

talab/तलब-Demand

Monday 25 August 2014

गले से लगाया तो यक़ीन आया......

तुमसे रूबरू हो पाएंगे ये यक़ीन न था ,

तुम्हारी तब्बसुम में खो जाएंगे ये यक़ीन न था। 

तुम्हे आज सामने खड़ा देख कर ,

खुद को संभाल पाएंगे ये यक़ीन न था। 

जब तुम्हारी आहट हुई तो यक़ीन आया ,

जब दिल में तुम्हारी दस्तक हुई तो यक़ीन आया। 

हम हमेशा एक दुसरे के साथ रहेंगे 

जब तुमने गले से लगाया तो यक़ीन आया। 

Friday 4 July 2014

प्यार में बहक रहा हूँ ......

क्यों उसके प्यार कि बारिश में भीग रहा हूँ ,

क्यों उसके ख्वाबों में खो रहा हूँ। 

समझाया है इस दिल को कई बार मैंने ,

पर फिर भी उसके प्यार में बहक रहा हूँ। 




Hinglish Version:
kyun uske pyaar ki baarish mein bheeg rha hoon
kyun uske khwaboo mein kho rha hoon
smjhaya hai iss dil ko kayi baar maine
par phir bhi uske pyaar mein behak rha hoon

Saturday 10 May 2014

"माँ शब्द अपने आप में ही पूरा है "..... (Mother's Day)


तेरी दुओं के कारण ज़िंदा हूँ माँ ,

तेरे आँचल कि छाओं में आबाद हूँ माँ। 

तेरे प्यार कि बारिश में भिगोते रहना ,

तेरी बढ़ती उम्र का सहारा हूँ माँ। 

तुझे प्यार करता हूँ अपने से भी कई ज्यादा ,

तेरे हौसलों कि उम्मीद हूँ माँ।

Thursday 1 May 2014

जाग जाने कि जरुरत है अब हमें.......

क्यों दुनिया एक मायाजाल मैं फँसी हुई है ,

क्यों कुछ बटनों कि कटपुतली बनी हुई  है। 

बाहर निकल कर देखने कि जरुरत है अब हमें ,

खुले आसमां में उड़ने कि जरुरत है अब हमें। 

हुई धुंधली ज़िन्दगी में रौशनी लाने कि जरुरत है अब हमें। 

बस गुज़ारिश है तुमसे मेरे यारोँ ,

देर हो जाने  से पहले जाग जाने कि जरुरत है अब हमें। 

Thursday 10 April 2014

गले लगा कर तो देखो…

लोग पता नहीं किस आपाधापी में फँसे हुए हैं ,

क्यों एक दूसरे के दुश्मन बने हुए हैं।

तुम किसी से मोहब्बत करके तो देखो ,

एक बार दुश्मनी भुला कर तो देखो,

ये दुनिया बहुत हसीन है मेरे यारों ,

बस,एक बार किसी को गले लगा कर तो देखो।

Monday 24 March 2014

क्यूँ उलझनो में उलझा हूँ .......


क्यूँ बेवज़ह उलझनो में उलझ जाता हूँ,

ना चाहते हुए क्यूँ मुश्किलों में पड़ जाता हूँ।


शायद रब ने लिखी है किस्मत कांच के टुकड़ों पर,


इसलिए हर बार टूट कर बिखर जाता हूँ। 

Monday 17 February 2014

पागल है मेरा दिल …

तेरी आँखों के काज़ल से चमकता है मेरा दिल ,
तेरे घुंघरू कि खंकार से खनकता है मेरा दिल । 
समझाया है मैंने इस दिल को कई बार पर ,
तेरी नज़ाफ़त देख मचलता है मेरा दिल । 

तेरी मदमस्त नज़र से खिलता है मेरा दिल ,
तेरे गालों कि लाली से धड़कता है मेरा दिल । 
तेरे होठों कि जुस्तजु में खोता है मेरा दिल ,
इस दिल को कैसे समझाऊं क्यूँ तेरे लिए धड़कता है मेरा दिल । 

तेरे रूह कि खूशबू से मेहकता है मेरा दिल ,
तेरे चेहरे के नूर से खिलता है मेरा दिल । 
हुआ है पागल तेरे प्यार में मेरा दिल ,
अब तू ही बता कैसे संभालूं मेरा दिल । 

(Hinglish Version)

teri aankhon ke kajal se chamakta hai mera dil,
tere ghungroo ki khankaar se khankata hai mera dil. 
smjhaya ha maine iss dil ko kayi baar par,
teri nazafaat(purity) dekh, machalta hai mera dil. 

teri madmast nazar se khilta hai mera dil,
tere gaalon ki laali se dhadakta ha mera dil. 
tere hoton ki justuju mein khota hai mera dil,
iss dil ko kaise smjhaun kyun tere liye dhadakta hai mera dil. 

tere rooh ki khusbooo se mehakta hai mera dil,
tere chehre ke noor se khilta hai mera dil. 
hua hai pagal tere pyaar mein mera dil,
ab tu hi bta kaise sambhaloon mera dil!!

Sunday 19 January 2014

पहली और आखिरी मुलाकात...

हुई तुमसे पहली बात ,दिल को अछा लगा ,
हुई तुमसे पहली मुलाकात ,मिलकर अछा लगा ।
बिताये कुछ पल साथ में ,साथ अछा लगा ,
तुम्हारी  मुस्कराहट देख ,मंन  चंचल सा लगा ।
सोचा था निभाएंगे इस रिश्ते को दूर तक ,
तुमसे हुई न बात,दिल मजरूह सा लगा ।
हुई क्या खता मुझसे  ये बतला दो आज ,
तुझ पर अपना दिल हार चूका था,तुझे ज़िन्दगी का हिस्सा  मान चूका था ,
मुड़ कर देखा नही तूने जब ,राह में अकेला सा लगा ।

[Hinglish Version]:-
hui tumse pehli baat , dil ko acha laga
hui tumse pehli mulakat , milkar acha laga
bitaaye kuch pal saath mein , saath acha laga
tumahri muskurahat/ibtisaam dekh, mann chancal sa laga
socha tha nibhayenge iss rishte ko door tak
tumse hui na baat , dil majrooh sa laga.
hui kya khata mujhse ye batla do aaj
tujh par apna dil haar chuka tha --tujhe zindagi ka hisa maan chuka tha,
mud kar dekha nhi tune jab, raah mein akela sa laga.